कोरोना: 1 दिन में 221 संक्रमित आए, ICMR का दावा, अभी तीसरे चरण से दूर
नई दिल्ली। देश में पहली बार शनिवार को एक ही दिन में 30 फीसदी से ज्यादा यानी 221 कोरोना संक्रमित बढ़ गए। शुक्रवार तक 724 मरीज थे, जो 24 घंटे में बढ़कर 1000 के पार हो गए। इससे पहले, 21 मार्च को एक ही दिन में तुलनात्मक 40 फीसदी यानी 92 मरीज बढ़े थे। मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 24 हो गई। इसके बाद भी राहत की खबर यह है कि फिलहाल भारत संक्रमण के तीसरे चरण में नहीं है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वैज्ञानिक डॉ. रमन आर गंगाखेड़कर ने संक्रमण के सामुदायिक प्रसार से स्पष्ट इनकार किया है। उन्होंने कहा, अलग से रैंडम सैंपलिंग जरूरी नहीं है। अभी तक कोरोना के सामुदायिक प्रसार के कोई सुबूत नहीं मिले हैं। लगातार नए लैब मंजूर किए जा रहे हैं। अमेरिका से पांच लाख से ज्यादा किट आ चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि दिल्ली एम्स में कोरोना केंद्र बनाया गया है, जहां से देशभर के डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ को ऑनलाइन ट्रेनिंग की शुरुआत की गई है। भारत कोरोना वायरस के सामुदायिक संक्रमण के मुहाने पर खड़ा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने हालांकि कहा कि देश में सामुदायिक संक्रमण के अब तक कोई सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसे ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार संभावित परिस्थितियों से मुकाबले की तैयारियों में लग गई है। देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं को मजबूत बनाने के साथ राज्यों में संक्रमित मरीजों के लिए विशेष अस्पताल बनाए जा रहे हैं।
वेंटिलेटर मंगाए जा रहे हैं और संक्रमण से मुकाबले के लिए रेलवे और सेना के संसाधनों के इस्तेमाल की योजना बनाई जा रही है। सेना ने 28 सर्विस हॉस्पिटल तैयार किए हैं। इसके अलावा सेना के पांच अस्पतालों में संक्रमण के लैब टेस्टिंग का काम पहले से चल रहा है। भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को वेंटिलेटर उत्पादन की जिम्मेदारी दी गई है।
वहीं, डीआरडीओ स्वास्थ्यकर्मियों के लिए सुरक्षित सूट के साथ संक्रमण को रोकने के प्रयास में लगी एजेंसियों को सैनिटाइजर और फेस मास्क उपलब्ध करा रहा है। रेलवे भी अपनी ओर से इस काम की तैयारियों में लगा है। उसने ट्रेन के सामान्य कोच में आइसोलेशन वार्ड तैयार किया है। निजी अस्पताल भी अपनी सुविधाएं बेहतर बनाने के साथ कोरोना वायरस के लिए विशेष टीमें बना रहे हैं।