भारत के दो पड़ोसी देशों पाकिस्तान और श्रीलंका में संकट

नई दिल्ली। भारत के दो पड़ोसी देशों पाकिस्तान और श्रीलंका में सरकारें संकट में गिर गई हैं। जहां पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की सत्ता से बेदखली तय मानी जा रही है, वहीं दूसरी ओर श्रीलंका में राजपक्षे सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हो रहे हैं। श्रीलंका भयानक आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। आम लोगों का जन-जीवन बेहाल हो गया है।

श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट के बीच राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग को लेकर उनके आवास के सामने प्रदर्शनकारी जमा हो गए, जिन पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की। श्रीलंका में विदेशी मुद्रा की कमी के कारण ईंधन जैसी आवश्यक चीजों की कमी हो चुकी है। रसोई गैस की भी कमी हैं, बिजली कटौती दिन में 13 घंटे तक की जा रही है।
राष्ट्रपति राजपक्षे के बड़े भाई महिंदा प्रधानमंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं, जबकि सबसे छोटे भाई तुलसी के पास वित्त विभाग है। सबसे बड़े भाई चमल कृषि मंत्री हैं, जबकि भतीजे नमल खेल के लिए कैबिनेट पद पर हैं। प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि सरकार के कुप्रबंधन के कारण विदेशी मुद्रा संकट और गंभीर हो चुका है।

दो करोड़ बीस लाख की आबादी वाले द्वीप देश श्रीलंका आजादी के बाद से सबसे खराब मंदी की चपेट में है। यहां तक ​​कि वहां सबसे आवश्यक वस्तुओं के आयात के लिए भुगतान के लिए भी विदेशी मुद्रा की किल्लत हो गई है। हालात इतने खराब हैं कि बसों और वाणिज्यिक वाहनों के लिए मुख्य ईंधन डीजल पूरे देश में कहीं भी उपलब्ध नहीं था।

रिपोर्टों के अनुसार, देश में सार्वजनिक परिवहन पंगु बन गया है। एक निवासी ने बताया कि मैं घर नहीं जा पा रहा हूं क्योंकि हमारे इलाके में बैरिकेड्स लगे हैं। वहीं, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने नेशनल असेंबली में बहुमत खोने के बावजूद कहा कि वह इस्तीफा नहीं दूंगा, अंतिम गेंद तक खेलूंगा।

उन्होंने कहा कि वह रविवार को होने वाले अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान का सामना करने वाले हैं, जिसमें फैसला होगा कि देश किस दिशा में जाएगा। संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने का संकल्प लेते हुए खान ने कहा कि मैं साजिश के खिलाफ लड़ूंगा और इसे कभी सफल नहीं होने दूंगा।