अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो बेगूसराय का जयमंगला गढ़
समाजसेवी अजय कुमार ने केंद्रीय संस्कृति व पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल से की मांग
नई दिल्ली।वरिष्ठ समाजसेवी वजनस्वास्थ्य व समग्र मानव विकास फाउंडेशन के चेयरमैन अजय कुमार ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री से बेगूसराय के जयमंगला गढ़ को एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की मांग की है। अजय कुमार ने संस्कृति व पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रह्लाद पटेल को पत्र लिखकर कहा है कि राष्ट्रकविरामधारी सिंह दिनकर जी की धरती बेगूसराय स्थित जयमंगला गढ़ एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह कांवर झील से घिरा हुआ है। कांवर झील मीठे पानी का झील है। जिसकी लम्बाई 42 किमी है इस विशाल झील में देश विदेश से तमाम पक्षी आते रहते हैं। अजय कुमार ने कहा है कि तमाम आकर्षक प्राकृतिक सौंदर्यता के कारण यहाँ दूर दूर से पर्यटकों का आवागमन भी होता है, लेकिन इसका समुचित विकास नहीं होने और पर्यटकों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध न होने के कारण पर्यटकों को काफी परेशानी होती है।
उन्होंने केंद्रीय पर्यटन मंत्री से इस मनोरम स्थली को एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का अनुरोध करते हुए कहा है कि इससे बिहार की इस आकर्षक पर्यटन स्थली को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिल सकेगी। अजय कुमार ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल से कहा है कि जयमंगला गढ़ को राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों में शामिल कर केंद्र सरकार की ओर से इसे संरक्षित किया जाए और इसे एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाए। अजय कुमार का मानना है कि राष्ट्रीय स्तर पर विकसित होने के बाद यहां रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेगी जिससे सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी बल मिलेगा। गौरतलब है कि अजय कुमार समय समय पर बेगूसराय के जमीनी मसलों को लेकर अपनी आवाज बुलंद करते रहते हैं इतना ही नही पिछले डेढ़ दशक से वह देश भर में स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार बनवाने के लिए भी प्रयासरत हैं और उनके इस अभियान का 80 से अधिक सांसदों ने पत्र लिखकर उनका समर्थन किया है। कोरोना काल में अजय कुमार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर दिल्ली की तर्ज पर बिहार में कोरोना मरीजों के लिए 1000 बेड का अस्पताल बनवाने की मांग की थी। उनकी इस पहल के बाद केंद्र सरकार की ओर से बिहार में 500-500 बेड के दो अस्पतालों का निर्माण कराया गया।