पहली बार कश्मीर में तैनात महिला सैनिकों का प्रभाव सकारात्मक

कश्मीर। असम राइफल्स ने कहा कि कश्मीर में पहली बार ड्यूटी पर तैनात राइफल महिलाओं ने स्थानीय आबादी पर सकारात्मक प्रभाव डालने में कामयाबी हासिल की है। असम राइफल्स ने ट्वीट किया कश्मीर में पहली बार तैनात की महिला सैनिकों ने कुछ ही दिनों में स्थानीय आबादी पर सकारात्मक प्रभाव डाला। स्थानीय लोगों का मुस्कुराता चेहरा असम राइफल्स के राइफलवमेन की व्यावसायिकता का प्रमाण है। राइफल महिला असम राइफल्स की एक इकाई है, जो भारत की सबसे पुरानी अर्धसैनिक बल है।

असम राइफल्स की वीरांगनाएं पूर्वोत्तर में म्यांमार सीमा पर और असम में अपनी कत्र्तव्यनिष्ठा, राष्ट्रभक्ति और वीरता का परिचय पहले से दे रही हैं। पिछले कुछ समय में गुलाम कश्मीर के रास्ते आतंकियों के हथियार और नशीले पदार्थाेंं की तस्करी में महिलाओं की संख्या बढ़ रही है। इसके बाद सेना ने महिला सैनिकों को तैनात करना आरंभ किया है।

पहले चरण में उत्तरी कश्मीर में सेना की वज्र डिवीजन में असम राइफल्स की महिला सैनिकों का दस्ता प्रतिनियुक्ति पर तैनात किया गया है। सी चौकी से करीब 15 किलोमीटर दूर पहाड़ी पर स्थित अग्रिम चौकी पर कुछ दिन पूर्व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आकर हालात का जायजा लिया था।