ट्रेनों में लगने वाले झटकों से मिलेगा छुटकारा
नई दिल्ली। चलती रेलगाड़ी में झटकों को कम करने के लिए संतुलित ड्राफ्ट गियर वाला सेंटर बफर कपलर (सीबीसी) लगाया जाएगा। रेलवे के लखनऊ स्थित अनुसंधान, अभिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) के अध्ययन में चलती ट्रेन में झटकों के लिए कोच में कमी पाई गई है।
झटके ना केवल परंपरागत कोचों में लगते हैं, बल्कि राजधानी व शताब्दी ट्रेनों में भी यात्री झटकों से परेशान रहते हैं, जबकि इन ट्रेनों में जर्मन तकनीक वाले एलएचबी कोच लगे हैं। लिहाजा रेलवे ने एलएचबी किस्म के सवारी डिब्बों में सेंटर बफर कपलरों को बदलने का निर्णय लिया है।
चलती ट्रेन में झटकों से बचाव के लिए आरडीएसओ ने बैलेंस्ड ड्राफ्ट गियर के साथ सेंटर बफर कपलर विकसित कर लिया है। सिर्फ सेंटर बफर कपलर के कारण कोच झटका लेता है। नये डिजाइन पर झटकों का स्तर पिछले डिजाइन वाले कोच से काफी कम पाया गया।
इसे देखते हुए रेलवे मंत्रालय ने फ्लोटिंग प्लेट ड्राफ्ट गियर लगे एलचएची किस्म के सवारी डिब्बों के सीबीसी को बदलने का निर्णय लिया है। इसमें राजधानी ट्रेन के एलएचबी सवारी डिब्बों के साथ-साथ अन्य ट्रेनों के एलएचबी सवारी डिब्बे भी शामिल है। नये डिजाइन के सीबीसी ड्राफ्ट गेयर में बैलेंस्ड ड्राफ्ट गियर है।