गृहमंत्री देश को ऐसे कानून से बचा लें: ओवैसी
नई दिल्ली। लोकसभा में एआईएमआईएम सांसद ने अकबरुद्दीन ओवैसी ने गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ विवादास्पद बयान दिया, जिसके बाद सदन में हंगामा मच गया है। ओवैसी ने कहा कि गृह मंत्री मुल्क को ऐसे कानून से बचा लें। मुस्लिम इसी देश का हिस्सा हैं। जिसपर शाह ने जवाब देते हुए कहा कि यह संविधान के खिलाफ नहीं है।
लोकसभा में उन्होंने कहा कि ‘मैं आपसे (स्पीकर) और गृह मंत्री से अपील करता हूं इस देश को बचा लीजिए। मुस्लिम इसी देश का हिस्सा हैं। उच्चतम न्यायालय के आदेश का उल्लंघन हो रहा है। हैदराबाद सांसद ने शाह पर विवादित टिप्पणी की जिसे लेकर काफी हंगामा हुआ। जिस पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन में इस तरह की भाषा का इस्तेमाल न करें। यह टिप्पणी रिकॉर्ड में शामिल नहीं होगा। इसके बाद गृहमंत्री ने जबाव दिया।
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने सभी अप्रवासियों को नागरिकता प्रदान की थी। यह विधेयक संविधान के खिलाफ नहीं है। विपक्ष ने उन्हें बोलना नहीं दिया जिसपर उन्होंने कहा कि हमें पांच साल के लिए चुना है सुनना पड़ेगा। विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानते हैं। गृहमंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, ईसाइयों, पारसियों और जैनों के साथ भेदभाव किया है। इसलिए यह विधेयक इन सताए हुए लोगों को नागरिकता देगा। साथ ही यह आरोप कि विधेयक मुस्लिमों के अधिकारों को छीन लेगा गलत है।
शाह ने कहा कि हमें इस विधेयक की आखिर जरूरत क्यों पड़ी? स्वतंत्रता के बाद यदि कांग्रेस ने धर्म के आधार पर विभाजन न किया होता तो आज हमें इस विधेयक को लाने की जरूरत नहीं पड़ती। कांग्रेस ने धर्म के आधार पर विभाजन किया था। विधेयक में मुस्लिम समुदाय का एक बार भी नाम नहीं है।