Covid-19 की आड़ में करोड़ों छाप रही बीमा कंपनियां !

नई दिल्ली। भले ही पूरा देश कोरोना को लेकर परेशान हो, लेकिन इस वायरस को बीमा कंपनियों ने कमाई का जरिया बना लिया है। इससे पहले भी कई मौकों पर आपदा या दूसरी चीजों का भय का माहौल दिखाकर कंपनियां लोगों से करोड़ों रुपए की वसूली कर चुकी हैं, अब उसी दुकान को कोरोना के नाम पर खोल दिया गया है।

दरअसल, कोरोना के आने के बाद भारतीयों में जिस तरह का भय का वातावरण बना है, इसके बाद बीमा कंपनी मोके का फायदा उठा रही है। देश में काम कर रही लगभग सभी बीमा कंपनियों ने कोरोना कवर नाम से स्कीम लांच की है और ग्राहकों का इंतजार कर रही हैं। इस समय पूरा देश लॉकडाउन के चलते घरों में है और उसके पास समय बिताने के लिए टीवी के बाद सोशल मीडिया ही सहारा है।
कंपनियों ने इसी माध्यम को प्रचार का जरिया बनाया है और अपनी स्कीम को लोगों तक पहुंचा रही हैं। मरता क्या न करता वाली कहावत की तर्ज पर लोग इस स्कीम को समझ भी रहे हैं और चर्चा भी कर रहे हैं। कंपनियां यह भ्रम फैलाने में एक हद तक कामयाब हो गई हैं कि उनके पास जो स्वास्थ्य बीमा है, उसमें कोरोना कवर नहीं है। दरअसल, महामारी को कई बार बीमा कंपनियां क्लेम से बाहर कर देती हैं।

  • हर कंपनी की अलग पॉलिसी
    1 अप्रैल को आरोग्य संजीवनी पॉलिसी शुरू की गई है। इंश्योरेंस ब्रोकर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सचिव विजय रामपाल बताते हैं, हर कंपनी की पॉलिसी अलग-अलग होती है। इसलिए ग्राहकों की आसानी के लिए एक स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी शुरू की गई है। इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ने 29 बीमा कंपनियों को आरोग्य संजीवनी के तहत कोरोना संक्रमितों को 1 से 5 लाख रु तक का मेडिकल कवर देने का आदेश दिया है। इसमें प्रति लाख करीब एक हजार रुपए का प्रीमियम भरना होगा।
  • क्या पॉलिसी
    ICICI लोम्बार्ड ने भारतपे के साथ 18-65 वर्ष के लोगों के लिए 199 रुपए में कोविड-19 सुरक्षा बीमा पॉलिसी लॉन्च की है। भारतपे के सीईओ अषनीर ग्रोवर बताते हैं कि 40 लाख से अधिक मर्चेंट भारतपे यूज करते हैं। इसे 1000 से ज्यादा मर्चेंट ले चुके हैं।
    फ्यूचर जनरली इंडिया इंश्योरेंस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉ.श्रीराज देशपांडे का कहना है कि उनकी कंपनी विशेष कोरोना वायरस ग्रुप इंश्योरेंस पॉलिसी डिजाइन की है। इसमें एक दिन के नवजात शिशु से लेकर 75 वर्ष के बुजुर्गों तक को 3 लाख रुपए का कवर दिया गया है। ट्रिनिटी री-इंश्योरेंस ब्रोकर्स के प्रमुख अखिलेश जैन का कहना है कि पुरानी यानी पहले से चल रही पॉलिसी पर अब कई कंपनियों ने नए एड ऑन राइडर देने शुरू किए हैं। जैसे एक निजी कंपनी 299 रुपए या इस तरह के वन टाइम पेमेंट पर कोविड-19 होने पर 2 लाख रुपए तक की बीमा राशि दे रही है।