देशभर में 77 % कम हुई नक्सली घटनाये

नई दिल्ली। देशभर में वामपंथी उग्रवाद संबंधी हिंसा एवं नक्सली हिंसा की घटनाओं में 77 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने मंगलवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि वर्ष 2009 में घटित अब तक की सबसे अधिक 2258 हिंसक घटनाओं के मुकाबले साल 2021 में 509 घटनाएं दर्ज हुई हैं।

सांसद जगदंबिका पाल ने लोकसभा में लिखित सवाल में पूछा था कि क्या लॉकडाउन के दौरान देश में नक्सल और खालिस्तानी गतिविधियों में वृद्धि या कमी हुई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सांसद जगदंबिका पाल के सवाल के जवाब में कहा कि नक्सल हिंसा में हुई मौतों में भी 85 प्रतिशत की कमी आई है। साल 2010 में कुल 1005 लोगों की जान गई, जबकि पिछले साल यह कम होकर 147 हो गई है। इसमें आम नागरिक और सुरक्षा बलों के जवान शामिल हैं।

वहीं पिछले 2 वर्षों में नक्सल हिंसा की घटनाओं में 24 प्रतिशत, और परिणाम मौतों में 27 प्रतिशत की कमी आई है। पिछले साल सबसे अधिक 255 नक्सल हिंसा की घटनाएं छत्तीसगढ़ में हुई जिसमें 101 लोगों की मौत हुई। झारखंड में 130 नक्सली हमले हुए जिसमें 26 लोगों की जान गई। पिछले साल नक्सल हिंसा की कुल 509 घटनाएं सामने आई, जिसमें 147 लोगों की जान गई। वहीं 2020 में 665 घटनाएं और 183 लोगों की मौत और 2019 में 670 हिंसक घटनाएं और 202 लोगों की मौत हुई।

  • बीजापुर नक्सली हमले में 4 जवान घायल
    छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर में नक्सलियों ने 8 फरवरी मंगलवार को आईडी ब्लास्ट को अंजाम दिया, जिसमें सीआरपीएफ के 4 जवान घायल हो गए। बीजापुर जिले के उसूर और भोपाल पटनम के टी पॉइंट से करीब 100 मीटर की दूरी पर नक्सलियों ने आईईडी लगा रखा था, चारों जवान घायल सीआरपीएफ के 153 बटालियन के हैं, जिसमें डिप्टी कमांडेंट पलवान विश्वास, एएसआई सदाशिव यादव, हेड कांस्टेबल राजीव रंजन और कांस्टेबल ओमप्रकाश शामिल हैं। चारों घायल जवानों को बीजापुर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।