गांधी के भारत में हिंसा का स्थान नहीं: सोनिया
नई दिल्ली। दिल्ली के मौजपुर और जफराबाद में सोमवार को नागरिकता संशोधन कानून के विरोध और समर्थन में प्रदर्शनकारी आमने-सामने आ गए। दोनों तरफ से जमकर ईंट-पत्थर चले। इस हिंसक झड़प में एक हेड कॉन्सटेबल समेत 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि अलग-अलग जगहों पर कुल 66 लोग घायल हो गए। इस घटना को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बयान जारी किया है।
सोनिया गांधी ने दिल्ली की जनता से सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने और देश को मजहब के आधार पर बांटने वाली फिरकापरस्त ताकतों को विफल करने की अपील की है। उन्होंने हिंसा में हेड कॉन्स्टेबल की मृत्यु पर दुख व्यक्त करते हुए उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना भी व्यक्त की है।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी के देश में किसी भी प्रकार की हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं हो सकता। देश में उन ताकतों के लिए कोई जगह नहीं है, जो अपनी सांप्रदायिक और विभाजनकारी विचारधारा थोपना चाहते हैं।
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर दिल्ली में हुई हिंसा की निंदा की। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि किसी भी तरह की हिंसा का समर्थन नहीं किया जा सकता। शांतिपूर्ण प्रदर्शन स्वस्थ लोकतंत्र की पहचान है। उन्होंने दिल्लीवासियों से धैर्य बनाए रखने और शांति की अपील की।