अब निजी अस्पताल मुफ्त इलाज बंद कर देंगे
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस-ईसीएचएस) के तहत भुगतान में हो रही देरी पर निजी अस्पतालों ने केंद्र सरकार से कड़ी नाराजगी जताई है। अस्पतालों ने केंद्र सरकार को जनवरी तक का अल्टीमेट दे दिया है। साथ ही कहा है कि बकाये का भुगतान नहीं हुआ तो फरवरी से इन योजनाओं के तहत मुफ्त (कैशलेस) इलाज की सुविधा बंद की जाएगी।
मालूम हो कि केंद्र सरकार के 32 लाख कर्मचारियों और 52 लाख पेंशनधारियों को सीजीएचएस और ईसीएचएस के तहत निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलती है। निजी अस्पतालों के संगठन एसोसिएशन ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर इंडिया के महानिदेशक डॉ. गिरधर ज्ञानी का कहना है कि देश की हेल्थकेयर इंडस्ट्री बुरे दौर से गुजर रही है।
सीजीएचएस और ईसीएचएस के करोड़ रुपए के बिलों का भुगतान लंबित है। बकाये की इस रकम पर कोई ब्याज भी नहीं दिया जाता है। भुगतान रुकने की वजह से अस्पतालों पर आर्थिक संकट मंडराने लगा है। यहां तक कि स्टाफ को भी कम करना पड़ रहा है।