गरीब महिलाओं को 5 करोड़ से अधिक सैनिटरी पैड 1 रु में मिला
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार देश में महिलाओं, विशेष रूप से वंचित वर्ग की महिलाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता को लेकर काफी सजग है। लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि सरकार गरीब बेटियों और बहनों के स्वास्थ्य और स्वच्छता का ख्याल रख रही है और उन्हें सस्ती कीमत पर स्वास्थ्य से जुड़े उत्पाद उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए सरकार ने देशभर में 6 हजार से अधिक जन औषधि केन्द्रों के माध्यम से गरीब महिलाओं को 5 करोड़ से अधिक सैनिटरी पैड एक रुपये की न्यूनतम कीमत पर उपलब्ध कराए हैं। प्रधानमंत्री की इस घोषणा पर केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डी.वी.सदानंद गौड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री के निरंतर मार्गदर्शन और समर्थन के कारण ही यह उपलब्धि संभव हुई है।
उन्होंने कहा कि 6 हजार जनऔषधि केंद्रों के नेटवर्क को लोगों और विशेष रूप से वंचितों को बेहतर सेवाएं देने के लिए बनाया गया है। 1 रुपए की न्यूनतम कीमत पर 5 करोड़ से अधिक सैनिटरी पैड वितरित किया जाना इसका जीता जागता उदाहरण है। गौड़ा ने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री के विजन को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्रों के माध्यम से सस्ती कीमतों पर लोगों को आवश्यक और गुणवत्ता वाली दवाओं की आपूर्ति भी करती रहेगी।
केन्द्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा रसायन और उर्वरक राज्यमंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में तेज प्रगति, विशेष रूप से महिला सशक्तीकरण और गरीब तबके के कल्याण की दिशा में उठाए गए कदम प्रधानमंत्री की दृढ़ प्रतिबद्धता के कारण ही संभव हो पाए हैं। उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय का फार्मास्युटिकल विभाग प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों के माध्यम से सस्ती कीमत पर सैनिटरी पैड और अन्य दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है।
“जन औषधि सुविधा सैनिटरी नैपकिन” के नाम से जाने जाने वाले ये उत्पाद एक सामाजिक अभियान के रूप में देश भर में 6000 से अधिक प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्रों के माध्यम से गरीब महिलाओं को एक रुपए के न्यूनतम मूल्य पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं जबकि बाजार में इस तरह के सैनिटरी पैड की कीमत लगभग 3 से 8 रुपए प्रति पैड है।