राहुल बोले, राज्यसभा में सांसदों को पीटा गया, भाजपा ने कहा, लोकतंत्र हुआ शर्मसार

नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र समाप्त होने के बाद भी विपक्ष ने मोदी सरकार को घेरने के लिए संसद से लेकर विजय चौक तक पैदल मार्च किया।मार्च के दौरान राहुल गांधी सहित तमाम विपक्षी नेताओं ने मोदी सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा कि राज्यसभा में पहली बार सांसदों की पिटाई की गई, बाहर से लोगों को बुलाकर नीली वर्दी में डालकर सांसदों से मारपीट की गई।

विपक्ष के आरोप पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल सड़क पर कैसे विरोध कर रहे हैं। लोकतंत्र को शर्मसार किया गया है। मैं कहूंगा कि सिर्फ उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र भी रोया है। उन्होंने कहा कि संसद में चर्चा नहीं करना अराजकता की पराकाष्ठा होती है। इसी पराकाष्ठा को कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व ने प्रदर्शित किया है।

दुखद विषय है कि कोरोना को लेकर पूरे देश में चिंता का माहौल है। क्या तीसरी लहर आएगी ? इस सभी विषयों पर देश जानना चाहता है। वहीं विपक्षी दलों के लोग थे,जिन्होंने संसद का विशेष सत्र बुलाने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि संसद सत्र के दौरान एक दिन कोरोना पर चर्चा नहीं होने दी। क्या देश इसतरह के लोगों को माफ करेगा? कदाचित नहीं।

भाजपा नेता ने कहा कि देश इसतरह के लोगों को माफ नहीं करेगा। ये लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश कर रहे हैं। इसका नतीजा है कि आज देश की जनता राहुल गांधी और कांग्रेस को सड़क पर ले आई है। वहीं केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और कुछ और विपक्ष के लोग शुरू से ही कह रहे थे कि हम संसद के सत्र को वाशआउट करने के लिए वाशिंग मशीन लेकर आए हैं। आप सिर्फ संसद को ही बदनाम नहीं कर रहे हैं, बल्कि पूरे देश को बदनाम करने की षड़यंत्र और साजिशें कर रहे हैं।

वहीं राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री देश को बेचने का काम कर रहे हैं, हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री दो-तीन उद्योगपतियों को हिन्दुस्तान की आत्मा बेच रहे हैं।इसकारण विपक्ष सदन के अंदर किसानों, बेरोज़गारों, इंश्योरेंस बिल और पेगासस की बात नहीं कर सकता है। वहीं राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि मार्शल लॉ में कानून पास हो रहा है। उन्होंने कहा कि संसद में हमें बोलने नहीं दिया गया।

मोदी सरकार का अहंकार सामने आ रहा है। सदन में मार्शलों ने बिल पास किए। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि विपक्ष को संसद में अपने विचार रखने का मौका नहीं मिला। महिला सांसदों के खिलाफ कल की घटना लोकतंत्र के खिलाफ थी। ऐसा लगा जैसे हम पाकिस्तान सीमा पर खड़े हैं।