5 राज्यों में रिकार्ड मतदान, 5,857 प्रत्याशियों का भाग्य EVM में कैद

नई दिल्ली। 4 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 475 सीटों पर मंगलवार को मतदान हुआ। इन सीटों पर 5,857 प्रत्याशी मैदान में हैं। बंगाल में और असम में ये तीसरे फेज का चुनाव है। इसके साथ ही असम में चुनाव पूरा हो जाएगा। वहीं तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में एक फेज में ही चुनाव हुए। प. बंगाल में 77.68 प्रतिशत, असम में 78.94 प्रतिशत, केरल में 69.95 प्रतिशत, तमिलनाडु में 63.47 प्रतिशत और पुडुचेरी में 77.90 प्रतिशत मतदान हुआ है।

टीएमसी ने जीती थीं 31 में से 29 सीटें
पश्चिम बंगाल में तीसरे फेज के लिए 31 सीटों पर वोटिंग हुई है। इस चरण में 205 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें 13 महिलाएं हैं। ये सीटें 3 जिलों हुगली, हावड़ा और दक्षिण 24 परगना में हैं। 2016 में हुए विधानसभा चुनावों में इन 31 में से 29 सीट तृणमूल तो 2 लेफ्ट ने जीती थीं।

असम में तय होगी तीन मंत्रियों की किस्मत
असम में तीसरे चरण और अंतिम चरण के तहत 40 विधानसभा सीटों पर मतदान हुए। 373 प्रत्याशी इस चरण में मैदान में उतरे हैं। इनमें 325 पुरुष और 12 महिला उम्मीदवार हैं। इस चरण में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा जलुकबरी से चुनाव लड़ रहे हैं। परिवहन मंत्री चंद्र मोहन पटोवरी धरमपुर, शिक्षा मंत्री सिद्धार्थ भट्टाचार्य गौहाटी पूर्व और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रंजीत कुमार दास पताचार्कुची सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

  • केरल में 140 सीटों पर वोटिंग
    केरल की सभी 140 सीटों पर मतदान हुए। इन पर 957 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार है और वो राज्य में काफी मजबूत है, लेकिन भाजपा ने भी इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का केरल पर विशेष फोकस रहा है। केरल के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर ने बताया कि राज्य में 59,292 पुलिसकर्मी और 140 केंद्रीय सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
  • तमिलनाडु में 234 सीटों पर मतदान
    तमिलनाडु में 234 सीटों पर चुनाव हैं। इसके लिए 3,998 उम्मीदवार मैदान में हैं। राज्य में 6.28 करोड़ मतदाता हैं। इनमें 3.08 करोड़ पुरुष और 3.18 करोड़ महिलाएं शामिल हैं।
  • पुडुचेरी में सभी 30 सीटों पर मतदान
    राष्ट्रपति शासन झेल रहे पुडुचेरी की सभी 30 सीटों पर मतदान हुए। इन सीटों पर 324 प्रत्याशी मैदान में हैं और 10,04,507 मतदाता मतदान करेंगे। यहां चुनाव जीतने के लिए दोनों ही पार्टियों ने वादों की झड़ी लगा दी है।