स्वयं सहायता समूहों को अब 20 लाख रु तक का ऋण मिलेगा: पीएम मोदी

The Prime Minister, Shri Narendra Modi addressing at the launch of the Ujjwala 2.0 (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana - PMUY) in Uttar Pradesh, through video conferencing, in New Delhi on August 10, 2021.

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुरुवार को ‘आत्मनिर्भर नारी-शक्ति से संवाद’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम में दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े महिला और स्व-सहायता समूहों की महिला सदस्यों से बातचीत भी की। बातचीत खत्म होने के बाद उन्होंने अपना संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिस प्रकार से हमारी बहनों ने स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से देशवासियों की सेवा की वो अभूतपूर्व है। मास्क और सेनेटाइजर बनाना हो, जरूरतमंदों तक खाना पहुंचाना हो, जागरूकता का काम हो, हर प्रकार से आपकी सखी समूहों का योगदान अतुलनीय रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि पहले अधिकांश महिलाएं पैसे को रसोई के डिब्बे में रखती थीं लेकिन जब हमारी सरकार आई तो हमने देखा कि देश की करोड़ों बहनें ऐसी थीं जिनके पास बैंक खाता तक नहीं था, जो बैंकिंग सिस्टम से कोसों दूर थीं। इसलिए हमने सबसे पहले जनधन खाते खोलने का बहुत बड़ा अभियान शुरू किया। पीएम मोदी ने कहा कि 42 करोड़ से अधिक जन धन बैंक खाते हैं, जिनमें से 55 फीसदी महिलाओं के पास हैं। इन खातों में हजारों करोड़ हैं। हमने न सिर्फ बैंक खाते खोले, बल्कि कर्ज भी आसान किया। पीएम मोदी ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों को और अधिक प्रेरित करने के लिए उन्हें अब 20 लाख रुपये तक का ऋण मिलेगा। पहले इसकी सीमा 10 लाख रुपये  तक ही थी।

पीएम मोदी ने कहा कि फूड प्रोसेसिंग से जुड़े उद्यम हो, महिला किसान उत्पादक संघ हो या फिर दूसरे स्वयं सहायता समूह, बहनों के ऐसे लाखों समूहों के लिए 1,600 करोड़ रुपये से अधिक राशि भेजी गई है। पीएम ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष का ये समय नए लक्ष्य तय करने और नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने का है। सरकार लगातार वो माहौल, वो स्थितियां बना रही है जहां से आप सभी बहनें हमारे गांवों को समृद्धि और संपन्नता से जोड़ सकती हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत में बने खिलौनों को भी सरकार बहुत प्रोत्साहित कर रही है, इसके लिए हर संभव मदद भी दे रही है। विशेष रूप से हमारे आदिवासी क्षेत्रों की बहनें तो पारंपरिक रूप से इससे जुड़ी हैं। इसमें भी स्वयं सहायता समूह के लिए बहुत संभावनाएं हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि आज देश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने का अभी अभियान चल रहा है। इसमें सेल्फ हेल्प ग्रुप्स की दोहरी भूमिका है। आपको सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर जागरूकता भी बढ़ानी है और इसके विकल्प के लिए भी काम करना है। पीएम ने कहा कि आज देशभर में लगभग 70 लाख स्वयं सहायता समूह हैं, जिनसे लगभग 8 करोड़ बहनें जुड़ी है।

पिछले 6-7 सालों के दौरान स्वयं सहायता समूहों में  तीन गुना बहनों की भागीदारी सुनिश्चित हुई है, पीएम मोदी ने कहा कि आज बदलते हुए भारत में देश की बहनों-बेटियों के पास भी आगे बढ़ने के अवसर बढ़ रहे हैं। घर, शौचालय, बिजली, पानी, जैसी सुविधाओं से सभी बहनों को जोड़ा जा रहा है। बहनों-बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण और दूसरी जरूरतों पर भी सरकार पूरी संवेदनशीलता से काम कर रही है।