कोविड-19 समाधान के लिए स्टार्ट अप्स से मंत्रालयों, साझीदारों के साथ बनाई टीम
नई दिल्ली।
कोविड-19 महामारी और आर्थिक शटडाउन विश्व अर्थव्यवस्था को गहरी चोट पहुंचा रहे हैं, नीति आयोग का प्रमुख कार्यक्रम अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) कोविड-19 के नवोन्मेषी समाधानों के साथ स्टार्ट अप्स की सहायता करने तथा कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में और मदद करने के लिए मंत्रालयों, साझीदारों के साथ टीम बनाने के द्वारा देश भर में उद्यमशील भावना को ऊंचा बनाये रखने के लिए पूरी तरह सक्रिय है। एआईएम ने आज वर्चुअल कोविड-19 डेमो दिवसों की एक श्रृंखला-जोकि कोविड-19 नवोन्मेषणों के साथ संभावित स्टार्ट अप्स की पहचान करने तथा देश भर में सॉल्यूशंस की तैनाती करने तथा उन्हें और बढ़ाने में मदद करने की एक पहल है -का समन्वय तथा समापन किया।
यह पहल भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. विजय राघवन एवं नीति आयोग के सदस्य, स्वास्थ्य डॉ. विनोद पौल के निर्देश के तहत अन्य मंत्रालयों तथा जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (बीआईआरएसी), जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), स्टार्ट अप इंडिया, अग्नि सहित अन्य सरकारी निकायों की साझीदारी में लॉन्च की गई। उपचारात्मक, बचाव संबंधी तथा सहायता संबंबधी समाधानों सहित वर्गों के एक विविध समूह से 1000 से अधिक कोविड-19 संबंधित स्टार्ट अप्स के मूल्यांकन के दो दौर किए गए जिसमें से वर्चुअल कोविड डेमो दिवसों के लिए 70 से अधिक स्टार्ट अप्स का चयन किया गया। ये स्टार्ट अप्स वित्त पोषण, निर्माण क्षमताओं की सुविधा, आपूर्ति श्रृंखला तथा संभार तंत्र और सही वेंडरों और संरक्षकों की पहचान के रूप में सहायता प्राप्त करेंगे।
चिकित्सा उपकरणों, पीपीई, सैनिटाइजेशन, प्रौद्योगिकी समाधानों आदि के लिए कुल नौ डेमो दिवसों का आयोजन किया गया और इनका नेतृत्व नीति आयोग के एआईएम के मिशन निर्देशक आर रमणन द्वारा किया गया। अपने विचारों को साझा करते हुए, उन्होंने कहा कि संयुक्त पहल से सभी कोविड-19 संबंधित उत्पादों/सेवाओं/समाधानों से संबंधित भारत के संघटन प्रयासों को जरूरी बढ़ावा तथा वर्तमान परिदृश्य के दौरान योगदान देने के लिए स्टार्ट अप परितंत्र को एक प्रभावी मंच मिलने की उम्मीद है।
रमणन ने कहा कि इन समधानों की उत्कृष्ट गुणवत्ता और इस चुनौतीपूर्ण समय में उनकी प्रयोजनीयता भारतीय उद्यमशीलता परिदृश्य के नवोन्मेषी गुणों की साक्षी है। डीबीटी सचिव डॉ. रेणु स्वरूप ने डेमो दिवस का समापन करते हुए कहा कि, ‘यह तय है कि कोविड-19 डेमो दिवसों में प्रदर्शित अत्याधुनिक नवोन्मेषणों तथा प्रौद्योगिकियों का सामूहिक प्रयास कोविड से लड़ने की दिशा में योगदान देगा।