वकील बोले, मां को रात 12.30 बजे तक क्यों नहीं पता था कि बेटी कहां है?

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा याचिका खारिज किए जाने पर वकील ए.पी. सिंह ने मीडिया को ही फटकार लगाई। उन्होंने रिपोर्टिंग पर सवाल उठाते हुए कहा- एक मां के लिए आप 7 साल से नाचते घूम रहे हो। यह मां नहीं है क्या। क्या 8 साल से कम उम्र का कोई विक्टिम है। दूसरे भी विक्टिम हैं। कोई गरीब है, कोई कमजोर। उनकी मां नहीं है क्या?” चोर की मां की बात है तो फिर उस कारण पर जाओ कि रात 12.30 बजे तक क्यों नहीं पता था कि बेटी कहां है। यह बात छोड़ दीजिए। फिर बातें बढ़ेंगी।

इस बयान पर सुप्रीम कोर्ट में मौजूद एक महिला एक्टिविस्ट ने आपत्ति जाहिर की और वकील एपी सिंह से बयान पर माफी मांगने को कहा। एपी सिंह ने निर्भया की मां को निशाना बनाते हुए 16 दिसंबर 2012 को निर्भया और उसके दोस्त के देर रात बाहर रहने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि उस कारण पर क्यों नहीं जाते हैं कि 12.30 बजे तक यह नहीं पता था कि बेटी कहां है। यह सब बातें छोड़ दीजिए, फिर बातें बढ़ जाएंगी।

मालूम हो कि निर्भया के गुनहगार फांसी से बचने के लिए रोज नए-नए पैंतरे का इस्तेमाल कर रहे थे। 3 डेथ वॉरंट खत्म हो गए। फांसी दिए जाने के कुछ घंटे पहले तक दोषियों के वकील ने दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर की थी। इस पर रात गुरुवार रात 2.30 बजे सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने मामला खारिज कर दिया। इसके बाद फांसी दिए जाने का रास्ता साफ हो गया था।