तिहाड़ कैदियों ने गाया ‘तिनका-तिनका’ गाना, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज
नई दिल्ली। तिहाड़ के कैदियों का गाया गाना ‘तिनका-तिनका’ लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया है। जेल सुधार विशेषज्ञ वर्तिका नंदा की संकल्पना और उनके लिखे इस गाने को तिहाड़ जेल में पुरुष और महिला कैदियों पर फिल्माया था। यह एक अनूठा प्रयोग है, जिसे इतने बड़े स्तर पर किसी जेल में शूट किया था।
इसका विमोचन लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन ने 2015 में संसद भवन में अपने कक्ष में किया था। मुहिम की शुरुआत वर्ष 2013 में तिनका-तिनका तिहाड़ नाम की किताब से हुई थी, जिसमें जेल की 4 महिला बंदियों की कविताओं को केंद्र में रखा था। तिनका-तिनका भारतीय जेलों पर वर्तिका की एक अनूठी श्रृंखला है।
वे जेलों के अंदर साहित्य और मीडिया को लेकर नए प्रयोग कर रही हैं। हाल में प्रकाशित उनकी किताब तिनका-तिनका डासना किसी भी देश की जेल की अपनी तरह की पहली रिपोर्ट है, जो जेल के हर अंश पर सटीक विश्लेषण है।
अगली किताब तिनका-तिनका आगरा जेल के उन बंदियों पर आधारित होगी जो आजीवन कारावास पर हैं। आगरा जेल का थीम सांग भी बनाया है। तिनका-तिनका के तहत वर्तिका नन्दा अब तक ३ जेलों में जेल के ही गानों को साकार रूप दे चुकी हैं। कैदियों के लिए देश के पहले खास सम्मानों तिनका इंडिया अवार्डस और तिनका-तिनका बंदिनी अवार्डस की शुरुआत की है, जो हर साल मानवाधिकार दिवस और महिला दिवस पर दिए हैं।