जुमे की नमाज के बाद बुलंदशहर, हापुड़, फिरोजाबाद में भड़की हिंसा, इंटरनेट बंद
दिल्ली सहित उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शन
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर आज दिल्ली सहित उत्तर प्रदेश के कई शहरों में एक बार फिर से विरोध प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया गया है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, बहराइच, कानपुर, बुलंदशहर, हापुड़, बिजनौर और फिरोजाबाद में पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी भी की। बुलंदशहर और फिरोजाबाद में प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में आग लगा दी। हालांकि देश के बाकी हिस्सों में प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा।
दिल्ली के जामा मस्जिद में नमाज के बाद लोगों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए जंतर मंतर की ओर बढ़ने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें दिल्ली गेट के पास रोक रखा है। अब तक इस दौरान दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार- कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हिंसा हुई जिनमें 3 लोगों की मौत हो गयी है।
लखनऊ, जहाँ गुरुवार को जमकर बवाल हुआ था वहां राज्य सरकार ने शनिवार दोपहर तक मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद की हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने इस संबंध में गुरुवार देर रात निर्देश जारी किया है।
सवाल यह है कि जो लोग सार्वजनिक संपत्ति को आग लगा रहे हैं, थाने फूंक रहे हैं, सुरक्षा बलों पर पथराव कर रहे हैं क्या वह नागरिक कहलाये जाने के लायक हैं? वही दूसरी ओर, दिल्ली पुलिस ने फेसबुक और ट्विटर सहित विभिन्न सोशल मीडिया मंचों से करीब 60 खातों से आपत्तिजनक सामग्री हटाने और उन्हें निष्क्रिय करने के लिए पत्र लिखा है।
एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ अफवाहों को रोकने के लिए काम कर रही है। पुलिस ने लोगों से अफवाह फैलाने वाले यूजर्स के खातों की जानकारी देने की भी अपील की है। इस बीच, दिल्ली में विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर बंद किए जामिया मिल्लिया इस्लामिया और जसोला विहार शाहीन बाग मेट्रो स्टेशनों को शुक्रवार को खोल दिया गया।
दिल्ली पुलिस के अनुरोध के बाद राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को कम से कम 20 मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए थे। दिल्ली में जगह-जगह पर पुलिस का कड़ा पहरा जारी है।