कश्मीरी पंडितों पर चुप्पी का आरोप लगाने वाले बुलडोजर पर क्यों शांत

नई दिल्ली। इन दिनों मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार बुलडोजर को लेकर चर्चा में है। देशभर के विपक्षी नेता भाजपा सरकार पर आरोप भी लगा रहे हैं। इसी कड़ी में अब पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भाजपा पर संविधान पर बुलडोजर चलाने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि भगवा पार्टी के नेताओं के बीच ‘मुसलमानों के घर और रोजी रोटी छीनने’ की होड़ लगी है। दरअसल, PDP अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को अपने सिलसिलेवार ट्वीट में जमकर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा जिस प्रतिशोध से भारत के संविधान पर बुलडोजर चला रही है, वह अब अल्पसंख्यकों के घरों तक पहुंच गया है।

भाजपा नेता मुसलमानों से सब कुछ छीनने में एक-दूसरे को पीछे छोड़ रहे हैं, चाहे वह उनका घर हो, रोजी रोटी हो या सम्मान। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि बहुसंख्यक समुदाय की चुप्पी बेहद चिंताजनक है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कश्मीरी मुसलमान होने के नाते हम पर कई बार आरोप लगाया जाता है कि हम तब चुप रहे, जब कश्मीरी पंडितों को भागने के लिए मजबूर किया जा रहा था। लेकिन आज के भारत में बहुसंख्यक समुदाय की आपराधिक चुप्पी और भाजपा का भारत के मूल विचार को खत्म करना बेहद चिंताजनक और परेशान करने वाला है।

बता दें कि महबूबा मुफ्ती की यह टिप्पणी मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में हुए बवाल के बाद आई है। यहां रामनवमी के जुलूस पर पथराव करने के आरोपियों के कम से कम 50 ‘अवैध’ ढांचे गिरा दिए गए। आरोप है कि खरगोन जिले में रामनवमी के जुलूस के दौरान मस्जिद के पास कथित तौर पर तेज संगीत बजाया जा रहा था और इसी दौरान जुलूस पर पत्थर फेंका गया। इस घटना के बाद वहां आगजनी और सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया था। इसके बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया।

घटना को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि इस हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली गई है। सीएम ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, मध्यप्रदेश की धरती पर दंगाइयों के लिए कोई स्थान नहीं है। यह दंगाई चिन्हित कर लिए गए हैं, इनको छोड़ा नहीं जाएगा।