जेपी आंदोलन में भाग लेने वाले नड्डा बने BJP के 11वें सरदार
नई दिल्ली। जगत प्रकाश (जेपी) नड्डा ने लोप्रोफाइल रहकर देश की सबसे बड़ी पार्टी के हाई-प्रोफाइल नेता बनने का उनका सफर काफी लंबा रहा है। भाजपा को आज नया अध्यक्ष मिल गया है। हिमाचल प्रदेश से आने वाले जगत प्रकाश नड्डा का निर्विरोध रूप से पार्टी अध्यक्ष चुना गया है। कठिन से कठिन कामों को सूझबूझ और सरलता से सुलझाने में माहिर नड्डा भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए। पीएम मोदी और अमित शाह दोनों के साथ जेपी नड्डा के रिश्ते काफी अच्छे रहे हैं।
पीएम मोदी से काफी करीबी
बता दे कि नरेंद्र मोदी जब हिमाचल प्रदेश के प्रभारी थे उस वक्त जेपी नड्डा और मोदी साथ में काम किया करते थे। दिल्ली के अशोक रोड स्थित भाजपा के पुराने मुख्यालय के आउट हाउस में दोनों एक साथ रहा करते थे। भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह से भी नड्डा की करीबी काफी पुरानी है। शाह जब जनता युवा मोर्चा के कोषाध्यक्ष थे तो नड्डा भाजयुमो के अध्यक्ष थे।
पटना में हुआ जन्म
हिमायल प्रदेश के बिलासपुर के रहने वाले जेपी नड्डा का जन्म बिहार के पटना में हुआ था। उनके पिता पटना विश्वविद्यालय के कुलपति थे। जय प्रकाश आंदोलन से प्रभावित होकर छात्र राजनीति की ओर कदम बढ़ाने वाले नड्डा बाद में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ जुड़ गए। साल 1977 में पटना यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव में वह सचिव चुने गए और फिर 13 साल तक विद्यार्थी परिषद में सक्रिय रहे। साल 1993 में बिलासपुर के विधायक के रूप में पहली बार विधानसभा पहुंचने वाले नड्डा 6 बार बिलासपुर सदर से विधायक चुने गए। जेपी नड्डा 1998 से 2003 तक वह हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री भी रहे। साल 2012 में उन्हें राज्यसभा के लिए चुना गया और कई संसदीय कमिटियों में जगह दी गई। जेपी नड्डा हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। साथ ही आरएसएस के जरिए पार्टी में जमीनी स्तर पर काम करते आए हैं। जेपी नड्डा आज पार्टी के अध्यक्ष बनेंगे तो तीन साल तक इस पद पर रहेंगे।