चहल को 15वीं मंजिल से लटकाने वाले खिलाड़ी पर लगे लाइफ टाइम बैंन
नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री का भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल के उस खुलासे पर गुस्सा फूटा है, जिसमें उन्होंने बताया है कि आईपीएल 2013 के दौरान एक विदेशी खिलाड़ी ने उन्हें होटल की 15वीं मंजिल की बालकनी से लटका दिया था। शास्त्री ने घटना पर नाराजगी जताकर कड़ी कार्रवाई की मांग की। शास्त्री के मुताबिक, जिस खिलाड़ी ने चहल के साथ ऐसा किया था, उस पर लाइफ टाइम बैन लगना चाहिए और खिलाड़ी को भविष्य में कभी भी क्रिकेट मैदान पर आने नहीं देना चाहिए। रवि शास्त्री ने कहा, मुझे नहीं पता है कि वहां खिलाड़ी कौन था? वहां होश में नहीं था। यह चिंता की बात है। इस तरह की घटना किसी भी सूरत में हंसने लायक नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर आज ऐसी कोई घटना होती है, तब उस खिलाड़ी को फौरन बैन कर रिहैब सेंटर भेजा जाना चाहिए। क्योंकि यह किसी की जान का सवाल था। लोगों को यह मजाक की बात लग सकती है। लेकिन मेरे लिए यह बिल्कुल हंसने वाली बात नहीं है।
यह पूछने पर कि क्या उन्होंने अपने लंबे पेशेवर क्रिकेट करियर में कुछ इस तरह का सामना किया है, शास्त्री ने कहा, कभी नहीं किया हैं। यह पहली बार है, जब मैं इस तरह के घटना के बारे में सुन रहा हूं और यह बिल्कुल मजाकिया नहीं है। अगर यह आज होता, तब मैं कहूंगा, ऐसा करने वाले व्यक्ति को फिर से क्रिकेट के मैदान के पास न आने दें। तब उस एहसास होगा कि यह कितना मज़ेदार था।शास्त्री ने महसूस किया कि संवेदनशीलता, खिलाड़ियों को शिक्षित करना और इस तरह की घटनाओं को अधिकारियों की जानकारी में लाना बेहद जरूरी है।
बता दें कि चहल ने 2 दिन पहले आर अश्विन और करुण नायर के साथ बातचीत में अपने साथ 2013 में हुई इस घटना का खुलासा किया था। चहल ने कहा था, मैंने इस कहानी के बारे में अब तक किसी को नहीं बताया है। आज के बाद शायद सबको पता चल जाएगा। बात 2013 की है, तब मैं मुंबई इंडियंस टीम में था और हम मैच खेलने के लिए बैंगलोर गए थे। इसके बाद एक पार्टी हुई थी। इसमें एक विदेशी खिलाड़ी था, मैं नाम नहीं लूंगा। लेकिन वहां नशे में धुत था।वहां मुझे काफी देर से देख रहा था। उसने मुझे अपने पास बुलाया। मैं उसके पास गया तब वहां मुझे बालकनी में ले गया और नीचे लटका दिया। उस वक्त मेरे हाथ उस खिलाड़ी के गर्दन में लिपटे हुए थे। आप अंदाजा लगा सकते हैं, अगर मेरी पकड़ ढीली पड़ जाती, तब मैं 15वीं मंजिल पर था। कुछ लोगों ने उस खिलाड़ी को ऐसा करते देख लिया और स्थिति को संभाल लिया। मैं बेहोश हो गया था। यह ऐसी घटना थी, जहां मैं मरने से बाल-बाल बचा था।