स्वास्थ्य, शिक्षा और अपराध मामले में न हो राजनीति

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समाजसेवी अजय कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी को लिखा पत्रजनस्वास्थ्य व समग्र मानव विकास फाउंडेशन के चेयरमैन व वरिष्ठ समाजसेवी अजय कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर शिक्षा, स्वास्थ्य व अपराध के मामलों में हो रहे राजनीतिकरण पर अंकुश लगाने की अपील की है। अजय कुमार ने अपने पत्र के जरिये पीएम नरेंद्र मोदी को बधाई देते हुए कहा है कि उनकी अगुवाई में बनाई गई शिक्षा नीति व कोरोना से निपटने के लिए दिखाई गई सक्रियता काबिले तारीफ है।

अजय कुमार ने आगे कहा है कि पिछले कुछ महीनों से स्वास्थ्य, शिक्षा और अपराध को लेकर समाज में उथल-पुथल मचा हुआ है। उन्होंने कहा है कि स्वास्थ्य, शिक्षा और अपराध को डील करने वाली संस्थाएं इतनी मजबूत, निष्पक्ष और प्रभावी हो कि सामान्य जनता का उस पर विश्वास अडिग हो। अजय कुमार का कहना है कि अभी हमने देखा कि स्वास्थ्य सुविधा तथा डॉक्टरों की सैलरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया। नीट की परीक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा गया। अपराध को लेकर भी ऐसा ही हुआ। अजय कुमार ने सुझाव दिया है कि इन तीनों मामलों को राजनीति से बिल्कुल दूर रखना चाहिए तथा दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देना चाहिए जिससे जनसामान्य में सिस्टम के प्रति श्रद्धा और विश्वास का अटूट बंधन तैयार हो। उन्होंने उम्मीद जताई है कि आने वाले समय में इस तरह की समस्याओं के समाधान के लिए त्वरित व प्रभावकारी कदम उठाए जाएंगे।

गौरतलब है कि अजय कुमार समय समय पर सामाजिक मसलों को उठाते रहते हैं। साथ ही विगत डेढ़ दशक से स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार का दर्जा दिलाने के लिए अभियान चला रहे हैं। उनके इस अभियान के समर्थन में लगभग 80 से अधिक सांसदों ने भी पत्र लिखा है। इतना ही नहीं कोरोनकाल की शुरुआत में ही अजय कुमार ने कोरोना महामारी के प्रति डब्ल्यूएचओ को पत्र लिखकर आगाह किया था। बिहार में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए अजय कुमार ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर दिल्ली की तर्ज पर बिहार में भी कोरोना मरीजों के लिए 1000 बेड के अस्थायी अस्पताल के निर्माण की मांग की थी। उनकी इस पहल पर केंद्र सरकार की ओर से बिहार में 500-500 बेड के दो अस्थायी कोरोना अस्पताल बनाये गए।