इटावा में बदले से नजर अाये मुलायम, जनता गदगद
इटावा। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष पद से बेदखल होकर सरंक्षक की भूमिका में आये मुलायम सिंह यादव का मिजाज अपने गृहनगर इटावा में बदला बदला सा नजर आया।
लखनऊ से आज दोपहर बाद इटावा के सिविल लाइन स्थित आवास पहुंचे श्री यादव के स्वागत के लिए लोग उमड़ पड़े । पूर्व रक्षामंत्री का काफिला बसरेहर से निकला तो लोग अपनी अपनी दुकानें छोड़कर उनका स्वागत करने के लिए दौड पडे।
बसरेहर में मुलायम के निकलने के दौरान जनता ने उनका काफिला देखा तो उनके मिलने वाले दुकानों व रास्ते में खड़ी गाड़ियों में सवार लोगों ने नेता जी (मुलायम) को देख गाडियों से उतरकर नेता जी को रोक लिया तो नेता जी ने भी उनका हाल चाल लिया ।
बसरेहर बाजार में नेता जी के आगमन की खबर जैसे उनके चाहने वालों को लगी तो उन्होंने सड़क पर उनके स्वागत के लिए खड़े हो गए । इसी बीच टिल्लू भदौरिया ने उनको अपनी दुकान पर रोक लिया और नेता जी को जलपान कराया तो नेता जी ने भी उनके पिता रघुवीर सिंह भदौरिया के हालचाल पूछते हुए कहा कि अब जब फिर कभी आऊंगा तो उनसे मिलता हूॅ।
इस दौरान ग्राम बसगवा के विनीत यादव ने नेता जी को रोक लिया और उन्होंने अपने बाबा नरसिंह राव का नाम लिया तो उन्होंने उनका हाल लिया और मिलने को कहा तो विनीत ने बताया कि नेता जी और मेरे बाबा दोनों एक साथ पढते थे और करीब 20 सालों से उनकी नेता जी से कोई मुलाकात नहीं हुयी। बसरेहर तक वह दर्जनों लोगों से मिले।
उन्होंने लोगों को उलाहना दी कि आप लोग मुझे भूल गए हैं, कभी बुलाते भी नहीं। इस पर उनके पुराने समर्थकों ने कहा कि हमने आपसे मिलने का हमेशा प्रयास किया, लेकिन आप तक नहीं पहुंच पाए।
इस पर मुलायम ने कहा कि बीच वालों की चिन्ता छोड़ो, सीधे मुझे चिट्ठी लिखो, अपना फोन नंबर लिख दो, मैं आपसे सीधे बात करूंगा।