कोरोना:गाजियाबाद में 2 नए संदिग्ध
गाजियाबाद। गाजियाबाद में दो केस पॉजीटिव सामने आने के बाद लोगों में कोरोना का खौफ बढ़ने लगा है। जिले में सार्वजिनक स्थानों पर सामान्य दिनों के मुकाबले कम लोग दिखे। स्वास्थ्य विभाग ने विदेश से लौटे दो संदिग्धों की ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। इसके अलावा कोरोना पीड़ित कारोबारी के पीड़ित पुत्र का उपचार एमएमजी अस्पताल में ही किया जा रहा है। इसकी हर घंटे की रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को कोरोना के दो संदिग्ध ट्रेक किए। एक संदिग्ध जापान से तो दूसरा दुबई से यात्रा करके आया। दोनों संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए एनसीडीसी, दिल्ली को भेज दिए हैं। अब तक कुल 34 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इसमें दो सैंपल पॉजीटिव आए हैं तो दो प्रतीक्षारत हैं, जबकि 30 सैंपल निगेटिव आए हैं।
वहीं विदेश से आए 13 संदिग्धों की भी ट्रेकिंग की जा रही है। इनके सैंपल अभी स्वास्थ्य विभाग द्वारा नहीं लिए गए हैं। कोरोना पीड़ित कारोबारी के पुत्र का उपचार एमएमजी के आइसोलेशन वार्ड में चल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पीड़ित की हर घंटे की रिपोर्ट भेजी जा रही है।
- ईएसआई अस्पताल में रिजर्व रहेगा फ्लोर
सीएमओ ने साहिबाबाद स्थित ईएसआई अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि ईएसआई अस्पताल में एक फ्लोर को रिजर्व रखा जाएगा। इस फ्लोर पर 30 बेड हैं। यहां विदेश से आने वाले यात्रियों को रखा जाएगा। 14 दिन तक कोई लक्षण नहीं पाए जाने पर ही उन्हें घर भेजा जाएगा। संयुक्त जिला अस्पताल में भी पांच बैड का आइसोलेशन वार्ड आरक्षित रखा गया है। - कोरोना पीड़ित परिवार की काउंसलिंग
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने कोरोना पीड़ित कारोबारी और उसके पुत्र की दो घंटे तक काउंसलिंग कराई गई। कारोबारी की पत्नी की भी काउंसलिंग हुईर्। चिकित्सकों ने बताया कि सभी की मानसिक स्थिति ठीक है। - सीएमओ डा. एनके गुप्ता ने जिला न्यायालय परिसर को सेनेटाइज करने के निर्देश जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. जीके मिश्रा को दिए हैं। उन्होंने बताया कि ड्रग विभाग को कोर्ट परिसर में सेनीटाइजर और मॉस्क उपलब्ध कराने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।
- 15 टावर संक्रमण रहित
स्वास्थ्य विभाग ने राजनगर एक्सटेंशन क्षेत्र को पूरी तरह संक्रमण रहित कर दिया है। जिस सोसाइटी में कोरोना पीड़ित पिता-पुत्र रहते हैं, उसे भी डीएसयू प्रभारी के नेतृत्व में संक्रमण रहित किया गया। राजनगर एक्सटेंशन निवासी कारोबारी पिता-पुत्र के कोरोना से पीड़ित होने के बाद उनकी सोसाइटी में वायरस फैलने का खतरा बढ़ गया था। राजनगर एक्सटेंशन की उस सोसाइटी को पूरी तरह डी-इंफेक्टेड कर दिया, जहां यह दोनों मरीज रहते थे।