तीन दिन से खड़ी है किसानों की टालियां, नहीं हो रही तौल

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गेहूं लदी ट्रालियों के नीचे सो रहे किसान, नहीं हो रही तौल

खोरीबारी केंद्र पर तीन दिन से नहीं हो रही तौल

गेहूं क्रय केंद्रों पर अव्यवस्था और अधिकारियों की मनमानी के कारण किसान परेशान हैं. आलम यह है कि पूर्व निर्धारित अंतिम तिथि 15 जून से पहले ही क्रय केंद्र प्रभारियों ने गोदाम में ताले जड़ दिए और क्रय केंद्रों से नदारद हो गए, हालांकि अब यह तारीख 22 जून तक बढ़ा दी गयी है. इसके बाद भी कई दिन पहले से गेहूं बेचने के लिए खडे किसान अपनी टाली लेकर अब भी इन अधिकारियों की राह देख रहे हैं.
कुछ ऐसा ही हाल है खोरीबारी में बनाए गए गेहूं क्रय केंद्र का. जहां कई दिन पूर्व से अपनी टाली लेकर खडे किसानों का गेहूं आज तक नहीं तौला गया. स्थानीय किसान विन्ध्यवासिनी राय 12 जून से अपना गेहूं से भरा टाली लेकर गेहूं क्रय का इंतजार कर रहे हैं. 14 जून को क्रय केंद्र प्रभारी भटनी एसएमआई मुकेश कुमार शुक्ला की ओर से कहा गया कि 15 जून को आपकी खरीद की जाएगी। इसके बाद 15 जून को गोदाम को पूरी तरह से बंद रखा गया और कोई कर्मचारी तक यहां नहीं आया. बाद में कुछ किसानों के अंगूठे का निशान लेने एक कर्मचारी को भेजा गया, लेकिन गेहूं क्रय के लिए गोदाम का ताला नहीं खोला गया. विन्ध्यवासिनी राय का कहना है कि गत 12 जून से इस आस में यहां इंतजार कर रहे हैं कि गेहूं खरीदारी होगी। आलम यह है कि गेहूं की रखवाली के लिए उन्हें टाली के नीचे चारपाई डालकर रात में सोना पडता है. यही हाल किसान नरेन्द्र का भी है. उनकी भी टाली 12 जून से ही यहां खडी है, लेकिन आज तक उनकी तौल नहीं की गई. किसानों का कहना है कि उन्होंने एसएमआई व उनके कर्मचारियों से बहुत अनुरोध किया लेकिन किसी ने उनकी एक नहीं सुनी। इतना ही नहीं परेशान किसानों ने डिप्टी आरएमओ से भी बातचीत की, लेकिन उनके गेहूं की तौल नहीं की गई. किसानों को इस बात पर गुस्सा है कि खरीदारी के बीच में बोरा न होने का बहाना करके 5 दिन खरीदारी बंद रखी गई और उन्हें बाद में आने का कहकर टरकाया जाता रहा. बाद में बोरा आया तो गोदाम बंद करके प्रभारी समेत अन्य कर्मचारी गायब मिले।

कृषि मंत्री के आदेश के बाद भी कर रहे काम
हैरानी की बात यह है कि सूबे के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने भटनी एसएमआई मुकेश कुमार शुक्ला को निलंबित करने के आदेश दिए थे, लेकिन निलंबन तो दूर एसएमआई भटनी को खोरीबारी क्रय केंद्र का प्रभारी बना दिया गया और इस केंद्र की देखरेख वही कर रहे हैं. बता दें कि पूर्व में भी भटनी एसएमआई पर अनियमितता के आरोप लगते रहे हैं. स्थानीय किसानों का कहना है कि जिले के कृषि मंत्री होने के बावजूद भी गेहूं क्रय का यह हाल है. साल भर की मेहनत के बाद किसान अपना गेहूं तक नहीं बेच पा रहा है.