गंगा संवाद यात्रा: प्रदूषण का सबसे बड़ा केंद्र बिंदु कानपुर
अब समय आ गया है जब मानव को केन्द्रित विकास की अवधारणा को विकारग्रस्त घोषित करते हुए उसके प्रवाह को कालबाह्य मैन लिया जाए। गंगा संवाद यात्रा सातवें दिन में प्रवेश कर गई है। बीजेपी के पूर्व विख्यात विचारक के. एन. गोविन्दाचार्य की अगुवाई में यह यात्रा चल रही है।
आज अर्ध विश्राम का दिन जिला पंचायत विश्राम गृह सहसवान दोपहर भोजन के बाद गंगा संवाद यात्रा मुंडारी सिंधपुर गाँव , समदा गाँव , बेढहरिया गाँव,सुरलालपुर,बक्सर गाँव 7 किलोमीटर बीजेपी के पूर्व विख्यात विचारक के. एन गोविन्दाचार्य जी ने कहा भारत की तासीर का तकाजा है ,हजारों वर्ष से भारत का समाज इस सूत्र पर चल रहा है किंतु विगत कुछ वर्षों से बाज़ारवाद ने इसे बदल दिया है।
अब धर्म का परित्याग करते हुए सुखस्य मूल अर्थ स्वीकार कर लिया गया है। गंगा जी के बन्धन, विभाजन और प्रदूषण की समस्याओं का हल प्राथमिकता के आधार पर हो नरौरा बन्धन और विभाजन का प्रतीक है। प्रदूषण का सबसे बड़ा केंद्र बिंदु कानपुर है इसलिए नरौरा से कानपुर के गंगा प्रवाह पर ज़्यादा ध्यान देने की आवश्कता है। गंगा संवाद यात्रा में ललिता देवी, निरंजना देवी, निधि देवी, दिनेश तिवारी, वाशुदेवआचार्य, विवेक त्यागी जीबकांत झा, सागर पाठक, रोनित,प्रिंस शर्मा प्रभाकर शर्मा ,मोहन सिंह आदि पदयात्रा कर रहे है।