स्वस्थ और स्वच्छ गंगा के लिए सरकार अपना काम करे व समाज अपनी जिम्मेदारी समझे- गोविंदाचार्य
राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के संरक्षक, सुप्रसिद्ध विचारक के.एन. गोविंदाचार्य की गंगा संवाद यात्रा 18 दिन प्रातः 10 बजे मिर्जापुर से शुरु हुई। आज हुई लगभग 10 कि0मी0 लंबी यात्रा दहरू खुर्द गाँव, जरियनपुर गाँव, भगवानपुर गाँव होते हुए दोपहर में सरईया गाँव पहुंची, भोजन विश्राम के बाद शाम 4 बजे यात्रा सिंधा मझारा गाँव, खगिया नगला गाँव, रात्रि विश्राम पहाड़पुर गाँव पहुँची । के. एन. गोविंदाचार्य जी ने कहा जैसे हाथ की तीन नाड़ियाँ संपूर्ण मानव संरचना के स्वास्थ्य को बता देती है, वैसे गंगा जी अपने प्रभाव से संपूर्ण सामाजिक, आर्थिक, पर्यावरणय परिवेश की संरचना के लिए स्वभाव का पता देती है।
गौ, गंगा भारत की निशानी हैं, वे किसी के साथ पक्षपात नहीं करती, चाहे कोई जात का हो, कोई संप्रदाय का हो, कोई भाषा का हो। गंगा जी जीवनदायिनी के रुप में सभी को जल प्रदान करती है और गाय अमृत रुपी दूध प्रदान करती है। यात्रा के माध्यम से हम जन-जागरण कर रहे हैं, ताकि आने वाली पीढ़ी स्वस्थ एवं सुरक्षित रहे, इसलिए कोशिश कर रहे हैं कि गंगा प्रदूषण मुक्त हो, अविरल व निर्मल बहे। गाय तक दूध देती है तब तक किसान गाय को रखता है जब गाय हो बूढ़ी हो जाती है तब किसान द्वारा बूढ़ी गाय को सड़कों पर छोड़ना उचित नहीं है।
गाय किसान के घर के खूंटे पर ही सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि सरकारों ने अब तक गंगा की सफाई पर आम जनता के हजारों करोड़ रुपये खर्च कर दिए हैं, इसके बावजूद अनेक स्थानों पर नालों से बिना शोधित हुए गंदा पानी गंगा में पहुंच रहा है। स्वस्थ व स्वच्छ गंगा के लिए सरकार अपना काम करे व समाज अपनी जिम्मेदारी समझे, हम सरकार की बात सरकार से व समाज की बात समाज से करने में विश्वास रखते हैं। यह यात्रा समाज की भूमिका व सक्रिय सहभाग के लिए प्रोत्साहित करने के निमित्त भी है। ग्रामीणों विशेषकर महिलाओं ने शिकायत की कि गांव, कस्बों में सफाई की बड़ी समस्या है, बस्ती में सड़क मार्ग टूटे-फूटे हैं और सरकार की ओर से इन कार्यों को नहीं किया जा रहा है जिससे बरसात में सब बह कर गंगा में चला जाता है। बूढ़ी-छोड़ी गाय खेती बरबाद करती है, उन्हें भगाने की कोशिश करते हैं तो गाय हिंसा पर उतारु हो जाती है ।
गंगा संवाद यात्रा के सहयात्री- राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री गदाधर विद्रोही जी ,जीवकांत झा,साध्वी रेणुका जी, विवेक त्यागी, संजय शर्मा, सागर पाठक, अरविंद तिवारी( मंटू), विभा झा, निरंजना देवी, ललिता देवी, निधि झा, ललित साह, शम्भू कुमार, श्रीराम लोधी, रिंकू नामदेव, ऋषभ, उज्जवल , राजू झा, ललित झा, उपेंद्र तेवतिया, मोहन सिंह आदि शामिल है ।