लखीमपुर काण्ड: यूपी में दिनभर रहा हंगामा,जोरदार प्रदर्शन

Lakhimpur incident

लखनऊ। उप्र के लखीमपुर खीरी जिले में आन्दोलन कर रहे चार किसानों की मौत के बाद सूबे का सियासी पारा चढ़ गया है। मौके पर जाने से रोके जाने पर विपक्षी दलों के कार्यकर्ता प्रदेशभर में सड़कों पर निकल आये और जोरदार प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी ओर किसान संगठनों ने भी सड़कों पर निकलकर विरोध दर्ज कराया। इस दौरान जमकर सरकार विरोधी नारे लगे।

सोमवार को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के साथ ही समाजवादी पार्टी और कांग्रेस नेताओं ने राज्य के लगभग हर जिले में प्रदर्शन किया। कई स्थानों पर पुलिस से नोकझोंक भी हुई। बुलंदशहर में एक सिपाही को दौड़ा-दौड़ाकर सड़क पर ही पीटा गया। बुलंदशहर में लखीमपुर मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं से पुलिस की झड़प के बाद मामला बिगड़ गई।

यहां भाकियू कार्यकर्ताओं के हाथ में पुतला देख इंस्पेक्टर ने उसे छीनने का आदेश एक सिपाही को दे दिया। सिपाही पुतल छीनने पहुंचा तो भाकियू कार्यकर्ताओं से विवाद हो गया। इसी दौरान मामला इतना बढ़ गया कि भाकियू कार्यकर्ताओं ने सिपाही की पिटाई शुरू कर दी। सिपाही ने भागने की कोशिश की तो उसे सड़क पर ही दौड़ा-दौड़ाकर मारा गया।

उधर संभल में कांग्रेसियों से पुलिस की झड़प हो गई। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को हिरासत में दिए जाने के विरोध में संभल में कांग्रेसियों ने पुलिस की मौजूदगी में योगी सरकार का पुतला फूंक दिया। संभल के यशोदा किराए पर नारेबाजी करते हुए पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अचानक नारेबाजी करते हुए प्रदेश सरकार के पुतले को आग लगा दी। यह देख कर वहां मौजूद पुलिस कर्मी हक्के बक्के रह गए।

पुलिसकर्मी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पुतला छीनने को आगे बढ़े तो कांग्रेस कार्यकर्ता भी उलझने लगे। इस हालात में पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर छीना झपटी और हाथापाई हुई। पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पुतला छीनकर बुझाया। पुलिस ने दो कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है। कांग्रेसियों के आंदोलन की जानकारी मिलने पर एएसपी, सीओ और एसडीएम भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।

उधर, बुन्देलखण्ड से लेकर पूरे सेंट्रल यूपी में सुबह से समाजवादी पार्टी और कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर निकल पड़े। कानपुर, कानपुर देहात, हरदोई, इटावा, औरैया, फतेहपुर, कन्नौज और उन्नाव में भी सपाइयों ने सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी और हंगामा किया।

कानपुर में सपाइयों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। सपा विधायक इरफान सोलंकी के कानपुर-फर्रुखाबाद रेल रूट बाधित करने की घोषणा के बाद पुलिस-प्रशासन सकते में आ गया। आनन-फानन भारी पुलिस बल गुमटी चैराहे पर पहुंच गया और एक बस से भरकर आए सपा विधायक समेत आधा सैकड़ा सपाइयों को पुलिस ने सांकेतिक रूप से गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया।

कांग्रेस पार्टी ने कार्यकर्ताओं ने भी जगह-जगह प्रदर्शन किया। सपाइयों को पुलिस लाइन भेजते समय एक सपा नेता का सिर भी फट गया है इससे सपाइयों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक और हाथापाई भी हुई।

समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी आधा सैकड़ा कार्यकर्ताओं के साथ गुमटी रेलवे क्रासिंग चैराहा पर धरने पर बैठ गए। रेल मार्ग पर ट्रेन रोकने के प्रयास की आशंका से भारी पुलिस फोर्स पहुंच गया। अखिलेश यादव को रिहा करो का नारा लगा रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने चारों ओर से घेर कर रोका। सपा नेताओं की पुलिस से झड़प भी हुई। जाम न हटाते देख पुलिस ने नेताओं को गिरफ्तार कर बस से पुलिस लाइन भेज दिया।

उधर, बर्रा सचान चैराहा पर सपा नेता बंटी यादव व पार्षद अर्पित यादव के नेतृत्व पर धरने पर बैठ गए। हाथ पर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारे लिखी तख्ती लेकर निकले सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने यहां से आगे जाने से रोक लिया। यहां लगभग दो घंटे से कार्यकर्ता धरना पर बैठे रहे।

उधर, इटावा में कांग्रेस, आप, भाकियू, प्रसपा और सपा नेताओं ने जमकर हंगामा किया। दोपहर 12 बजे प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव के बेटे राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में प्रसपा कार्यकर्ता कचहरी पहुंचे और धरने पर बैठ गए। धरने के दौरान सरकार विरोधी नारेबाजी की गई। इस पर पुलिस ने 20 से अधिक प्रसपा नेताओं को गिरफ्तार कर लिया।

कचहरी में ही सपा के जिलाध्यक्ष गोपाल यादव, पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया के नेतृत्व में बड़ी संख्या में सपाईयों ने धरना दिया और सरकार विरोधी नारेबाजी की। पुलिस ने सपा नेताओं को भी गिरफ्तार करके पुलिस लाइन पहुंचाया। उधर, कचहरी में ही कांग्रेस, भाकियू व आप के नेताओं कार्यकर्ताओं ने लखीमपुरखीरी की घटना का विरोध जताते हुये धरना दिया और प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने की मांग की।

About The Author