चुनाव सुधार की आवश्यकता समय की माँगः अजय कुमार

ajay-kumar

जन स्वास्थ्य एवं समग्र मानव विकास फाउंडेशन के चेयरमैन अजय कुमार ने चुनाव सुधारों के संबंध में मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चन्द्रा को पुनः पत्र लिखा है। अजय कुमार ने कहा है कि भारत में चुनाव सुधार की आवश्यकता समय की मांग है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा के सदस्यों को लोकसभा का चुनाव, लोकसभा के सदस्यों को विधानसभा का चुनाव तथा विधान परिषद के सदस्यों को विधानसभा का चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध होना चाहिए और साथ ही एक प्रत्याशी को दो जगहों से चुनाव लड़ने की भी इजाजत नहीं देनी चाहिए। इससे चुनावी खर्च में बचत के साथ ही प्रशासनिक स्तर पर परेशानी से भी बचा जा सकता है।

चुनाव आयोग करे घोषणा पत्र का अनुमोदन

अजय कुमार ने कहा कि पार्टियों का चुनावी घोषणा पत्र/चुनावी वादे/गंभीर आरोप-प्रत्यारोप का व्यवहारिक/कानूनी आधार आरम्भिक तौर पर होना चाहिए। साथ ही घोषणा पत्र जारी होने से पहले चुनाव आयोग द्वारा अनुमोदित होना चाहिए। चुनाव आयोग द्वारा घोषणा पत्र के अनुमोदन से सामान्यजन को सही जानकारी प्राप्त हो पायेगी, वरना आने वाले दिनों में चुनावी घोषणाओं में चांद पर भी मतदाता को नि:शुल्क जमीन आवंटन पर अतिशयोक्ति नहीं होगी।

संस्थागत निर्माण को मिले बढ़ावा

अजय कुमार ने कहा कि जिम्मेदार/वफादार करदाताओं द्वारा दिए गए पैसों का सार्थक मद में खर्च करने का दिशानिर्देश भी जारी होना चाहिए। आजकल देखने को मिल रहा है कि संस्थागत निर्माण को बढ़ावा देने के बजाय लोक लुभावन तरीके अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि उदाहरण के तौर पर स्वास्थ्य/शिक्षा/सुरक्षा/न्याय को बुनियादी स्तर से लेकर उच्च स्तर तक मजबूत/पारदर्शी बनाने के बजाए, इससे वंचित लोगों को थोड़ी बहुत आर्थिक सहायता देना ही राजनीतिक धर्म बनता जा रहा है जो चिन्ता का विषय है।
अजय कुमार ने विश्वास जताया कि चुनाव आयोग उपरोक्त महत्वपूर्ण सुझावों पर कोई ठोस कदम उठाएगा जो कि आज के समय की मांग है तथा सशक्त और आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला भी है। विदित हो कि अजय कुमार पिछले डेढ़ दशक से भी ज्यादा समय से लगातार स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार बनाने के लिए प्रयासरत हैं।