योगी ने राहुल और प्रियंका को दुर्घटनावश हिंदू करार दिया
लखनऊ। उत्तरप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस और उसकी उदार हिंदुत्व की नीति को लेकर लगातार आक्रामक होती जा रही है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस नेताओं को दुर्घटनावश हिंदू करार दिया है, जबकि उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने उन्हें ‘चुनावी हिंदू’ कहा है। उन्होंने कहा, चुनाव के दौरान ये नेता हिंदू बन जाते हैं।चुनावों में ही उन्हें मंदिर तथा अमेठी की याद आती है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कर कहा कि वह यह भी नहीं जानते हैं कि मंदिर में किस प्रकार बैठा जाता है और न ही उन्हें ‘हिंदू धर्म या हिंदुत्व’ के बारे में कोई जानकारी है।
योगी ने कहा, अमेठी के पूर्व सांसद गुजरात में चुनाव के दौरान एक बार मंदिर गए और वहां नमाज की मुद्रा में बैठ गए, तब पुजारियों ने उन्हें बताया कि मंदिर में किस प्रकार बैठकर पूजा अर्चना की जाती है। उन्होंने गांधी परिवार पर भी निशाना साधकर कहा कि वे केवल चुनाव आने पर ही अमेठी को याद करते हैं। इस जिले के लोगों ने उन्हें चुनाव जिताकर जनता की सेवा का मौका दिया, तब उन्होंने कुछ नहीं किया और अब चुनाव आ गए हैं,तब फिर से आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने ‘भाई-बहन’ पर तीखा हमला करते हुए कहा, कोविड महामारी के दौरान जब हम आम आदमी का जीवन बचाने के लिए काम कर रहे थे,तब दोनों भाई और बहन ने लोगों को रोडवेज बसों के फर्जी नंबर दिए। उन्होंने कहा, वे लोगों के जीवन से खेल रहे थे और हमने उनके खिलाफ कार्रवाई की थी क्योंकि वे सरकार के काम में व्यवधान डाल रहे थे।”
गौरतलब है कि अपनी हाल ही की अमेठी यात्रा के दौरान, राहुल गांधी ने खुद को ‘हिंदू’ और भाजपा नेताओं को ‘हिंदुत्ववादी’ के अनुयायी बताकर हिंदू’ और ‘हिंदुत्व’ के बीच भेद करने की कोशिश की थी। इस बीच, उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने कहा कि जिन लोगों ने कारसेवकों पर गोलियां चलाईं और कांवड़ियों को लाठियों से पिटवाने में कोई गुरेज नहीं किया ,वे अचानक भगवान राम को याद करने लगे हैं। उन्होंने लोगों को इसतरह के चुनावी हिंदुओं से सावधान रहने का आग्रह किया है।
समाजवादी पार्टी के ब्राह्मणों के प्रति मोह पर श्री मौर्य ने कहा, जो राम का न हुआ,वहां परशुराम का क्या होगा। (जो राम के प्रति वफादार नहीं हो सकता, वह परशुराम के प्रति वफादार कैसे होगा)? उन्होंने कांग्रेस के साथ-साथ समाजवादी पार्टी (सपा) के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन नेताओं को चुनाव के दौरान ही हिंदुओं और मंदिरों को याद आती है।