कोरोना: जापान में खड़े क्रूज पर फंसे भारतीयों को लाएगी मेडिकल टीम
नई दिल्ली। जापान में खड़े क्रूज में फंसे कोरोना वायरस के संदिग्ध भारतीयों को वापस लाने का फैसला किया गया है। लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल के 5 डॉक्टर व नर्स की मेडिकल टीम को इन्हें लाने के लिए भेजा जा रहा है। हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर एन.एन.माथुर ने कहा कि जांच टीम बना ली गई है, अभी जापान भेजने की तारीख तय नहीं है।
उम्मीद है कि 25 फरवरी को भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन भारतीयों की कोरोना वायरस की रिपोर्ट निगेटिव आई है, उन्हें यह टीम भारत लेकर आएगी। उन्होंने कहा कि जिस तेजी से यह वायरस दुनिया के कई देशों में फैल चुका है, उसे देखते हुए इसे भारत में फैलने से रोकना बहुत बड़ी चुनौती है।
इस दिशा में भारत सरकार की पहल अब तक सफल है। जापान के योकोहामा तट पर तीन फरवरी को खड़े किए गए पोत डायमंड प्रिंसेस में सवार कुल 3,711 लोगों में 138 भारतीय भी शामिल थे। सभी लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण की जांच कराई गई थी। पोत को एक तय समय के लिए बाकी से अलग रखा गया था।
अलग रखने की समयसीमा खत्म होने के बाद जिन यात्रियों में वायरस के लक्षण नहीं थे, उन्हें जहाज से उतारना शुरू किया गया है। इसमें कई भारतीय भी हैं। अब इन्हें भारत लाया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके लिए एक मेडिकल टीम का गठन किया है।
टीम में 3 डॉक्टर और 2 नर्सिंग ऑफिसर को शामिल किया गया है। जापान के तट पर खड़े क्रूज पर कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को अलग रखा गया था।