तालिबानी आतंक के कारण अफगान छोड़ रहे लोगों के लिए पाकिस्तान में नहीं है जगह

नई दिल्ली। पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद अहमद ने कहा है कि अफगानिस्तान से भागने की कोशिश कर रहे अफगान शरणार्थियों को आश्रय देने के लिए उनका देश कोई नया शिविर स्थापित नहीं कर रहा है। रशीद ने कहा कि सीमा पर कोई अफगान शरणार्थी नहीं है और सरकार ने उस इलाके में कोई शिविर स्थापित नहीं किया है।

रशीद ने रविवार को तोरखम सीमा का दौरा किया था जहां उन्होंने यह बयान दिया। देश में पहले से ही लगभग तीस लाख अफगान शरणार्थी हैं और ऐसी खबरें आ रही थीं कि सीमा पर लोग एकत्र होकर पाकिस्तान में घुसने का प्रयास कर रहे हैं। पाकिस्तान में रह रहे शरणार्थियों में से लगभग आधे लोग अवैध रूप से रह रहे हैं क्योंकि उन्हें अपना पंजीकरण नहीं करवाया है।

आधिकारिक रूप से लगभग 15 लाख शरणार्थियों ने अपना पंजीकरण करवाया है। उनके पास रहने, रोजगार करने और सीमा पार जाने के लिए दस्तावेज हैं। अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद से ही पाकिस्तान कहता रहा है कि वह और शरणार्थियों को स्वीकार नहीं करेगा। लेकिन उसके मंत्री इस विषय पर विरोधाभासी बयान दे रहे हैं।

गृह मंत्री ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाया है जबकि सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने पिछले सप्ताह कहा था कि महिलाओं और बच्चों को लेकर नरमी बरती जाएगी। अभी तक कोई स्पष्टीकरण जारी नहीं किया गया है।